Original

किमब्रवीत्त्वा संग्रामे सुभद्रां मातरं प्रति ।मां चापि पुण्डरीकाक्ष चपलाक्षः प्रियो मम ॥ १० ॥

Segmented

किम् अब्रवीत् त्वा संग्रामे सुभद्राम् मातरम् प्रति माम् च अपि पुण्डरीकाक्ष चपल-अक्षः प्रियो मम

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
त्वा त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
सुभद्राम् सुभद्रा pos=n,g=f,c=2,n=s
मातरम् मातृ pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रति प्रति pos=i
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
पुण्डरीकाक्ष पुण्डरीकाक्ष pos=n,g=m,c=8,n=s
चपल चपल pos=a,comp=y
अक्षः अक्ष pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रियो प्रिय pos=a,g=m,c=1,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s