महाभारतम् — 14.6.7
Original
Segmented
मरुत्त उवाच पित्र्यम् अस्मि तव क्षेत्रम् बहु मन्ये च ते भृशम् न च अस्मि अयाज्य-ताम् प्राप्तो भजमानम् भजस्व माम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मरुत्त | मरुत्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पित्र्यम् | पित्र्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
क्षेत्रम् | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अयाज्य | अयाज्य | pos=a,comp=y |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भजमानम् | भज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
भजस्व | भज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |