महाभारतम् — 14.6.29
Original
Segmented
यौगपद्येन विप्रः च स पुरी-द्वारम् आविशत् ततः स कुणपम् दृष्ट्वा सहसा स न्यवर्तत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यौगपद्येन | यौगपद्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
विप्रः | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुरी | पुरी | pos=n,comp=y |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आविशत् | आविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुणपम् | कुणप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
सहसा | सहसा | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न्यवर्तत | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |