महाभारतम् — 14.6.28
Original
Segmented
तत्र गत्वा यथोक्तम् स पुर्या द्वारे महा-यशाः कुणपम् स्थापयामास नारदस्य वचः स्मरन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
यथोक्तम् | यथोक्तम् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुर्या | पुरी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
द्वारे | द्वार | pos=n,g=n,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुणपम् | कुणप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्थापयामास | स्थापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नारदस्य | नारद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स्मरन् | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |