महाभारतम् — 14.6.25
Original
Segmented
पृच्छेत् त्वाम् यदि केन अहम् ते आख्यातः इति स्म ह ब्रूयाः त्वम् नारदेन इति संतप्त इव शत्रु-हन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पृच्छेत् | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आख्यातः | आख्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इति | इति | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
ह | ह | pos=i |
ब्रूयाः | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
नारदेन | नारद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इति | इति | pos=i |
संतप्त | संतप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
हन् | हन् | pos=a,g=m,c=8,n=s |