महाभारतम् — 14.57.6
Original
Segmented
सो ऽहम् द्विजेभ्यः प्रणतो विप्राद् दोषम् अवाप्तवान् गतिम् अन्याम् न पश्यामि मदयन्ती-सहायवान् स्वर्गद्वारस्य गमने स्थाने च इह द्विजोत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
द्विजेभ्यः | द्विज | pos=n,g=m,c=4,n=p |
प्रणतो | प्रणम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विप्राद् | विप्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
दोषम् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्तवान् | अवाप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अन्याम् | अन्य | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मदयन्ती | मदयन्ती | pos=n,comp=y |
सहायवान् | सहायवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्वर्गद्वारस्य | स्वर्गद्वार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गमने | गमन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
इह | इह | pos=i |
द्विजोत्तम | द्विजोत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |