महाभारतम् — 14.57.30
Original
Segmented
उत्तङ्क उवाच नाग-लोके यदि ब्रह्मन् न शक्ये कुण्डले मया प्राप्तुम् प्राणान् विमोक्ष्यामि पश्यतः ते द्विजोत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्तङ्क | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
शक्ये | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=d |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=1,n=d |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
प्राप्तुम् | प्राप् | pos=vi |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विमोक्ष्यामि | विमुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
पश्यतः | दृश् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
द्विजोत्तम | द्विजोत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |