महाभारतम् — 14.57.20
Original
Segmented
शाखासु आसज्य तस्य एव कृष्णाजिनम् अरिंदम यस्मिन् ते कुण्डले बद्धे तदा द्विजवरेण वै
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शाखासु | शाखा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
आसज्य | आसञ्ज् | pos=vi |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
कृष्णाजिनम् | कृष्णाजिन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अरिंदम | अरिंदम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=1,n=d |
बद्धे | बन्ध् | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
द्विजवरेण | द्विजवर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |