महाभारतम् — 14.56.28
Original
Segmented
एवंविधे मे एते वै कुण्डले परम-अर्चिते त्रिषु लोकेषु विख्याते तद् अभिज्ञानम् आनय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवंविधे | एवंविध | pos=a,g=n,c=1,n=d |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एते | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=d |
वै | वै | pos=i |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=1,n=d |
परम | परम | pos=a,comp=y |
अर्चिते | अर्चय् | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विख्याते | विख्या | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभिज्ञानम् | अभिज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आनय | आनी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |