महाभारतम् — 14.56.24
Original
Segmented
छिद्रेषु एतेषु हि सदा हि अधृष्येषु द्विजर्षभ देव-राक्षस-नागानाम् अप्रमत्तेन धार्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
छिद्रेषु | छिद्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
एतेषु | एतद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
हि | हि | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अधृष्येषु | अधृष्य | pos=a,g=n,c=7,n=p |
द्विजर्षभ | द्विजर्षभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
नागानाम् | नाग | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अप्रमत्तेन | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=3,n=s |
धार्यते | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |