महाभारतम् — 14.56.22
Original
Segmented
इमे हि दिव्ये मणि-कुण्डले मे देवाः च यक्षाः च महा-उरगाः च तैः तैः उपायैः परिहर्तु-कामाः छिद्रेषु नित्यम् परितर्कयन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इमे | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=d |
हि | हि | pos=i |
दिव्ये | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=d |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=2,n=d |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
यक्षाः | यक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उरगाः | उरग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपायैः | उपाय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
परिहर्तु | परिहर्तु | pos=n,comp=y |
कामाः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
छिद्रेषु | छिद्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
परितर्कयन्ति | परितर्कय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |