Original

एवमेतन्महाब्रह्मन्नानृतं वदसेऽनघ ।अभिज्ञानं तु किंचित्त्वं समानेतुमिहार्हसि ॥ २१ ॥

Segmented

एवम् एतन् महा-ब्रह्मन् न अनृतम् वदसे ऽनघ अभिज्ञानम् तु किंचित् त्वम् समानेतुम् इह अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
एतन् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
अनृतम् अनृत pos=n,g=n,c=2,n=s
वदसे वद् pos=v,p=2,n=s,l=lat
ऽनघ अनघ pos=a,g=m,c=8,n=s
अभिज्ञानम् अभिज्ञान pos=n,g=n,c=2,n=s
तु तु pos=i
किंचित् कश्चित् pos=n,g=n,c=2,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
समानेतुम् समानी pos=vi
इह इह pos=i
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat