महाभारतम् — 14.56.12
Original
Segmented
उत्तङ्क उवाच प्रतिग्राह्यो मतो मे त्वम् सदा एव पुरुष-ऋषभ सो ऽहम् त्वाम् अनुसंप्राप्तो भिक्षितुम् मणि-कुण्डले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्तङ्क | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रतिग्राह्यो | प्रतिग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
मतो | मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अनुसंप्राप्तो | अनुसम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भिक्षितुम् | भिक्ष् | pos=vi |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
कुण्डले | कुण्डल | pos=n,g=n,c=2,n=d |