महाभारतम् — 14.54.9
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तम् उवाच प्रसन्न-आत्मा गोविन्दो जनमेजय वरम् वृणीष्व इति तदा तम् उत्तङ्को ऽब्रवीद् इदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रसन्न | प्रसद् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गोविन्दो | गोविन्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वृणीष्व | वृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तङ्को | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |