Original

चित्तं च सुप्रसन्नं मे त्वद्भावगतमच्युत ।विनिवृत्तश्च मे कोप इति विद्धि परंतप ॥ २ ॥

Segmented

चित्तम् च सु प्रसन्नम् मे त्वद्-भाव-गतम् अच्युत विनिवृत्तः च मे कोप इति विद्धि परंतप

Analysis

Word Lemma Parse
चित्तम् चित्त pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
सु सु pos=i
प्रसन्नम् प्रसद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
भाव भाव pos=n,comp=y
गतम् गम् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अच्युत अच्युत pos=n,g=m,c=8,n=s
विनिवृत्तः विनिवृत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
कोप कोप pos=n,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
परंतप परंतप pos=a,g=m,c=8,n=s