महाभारतम् — 14.54.14
Original
Segmented
ततः कदाचिद् भगवान् उत्तङ्कः तोय-काङ्क्षया तृषितः परिचक्राम मरौ सस्मार च अच्युतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उत्तङ्कः | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तोय | तोय | pos=n,comp=y |
काङ्क्षया | काङ्क्षा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तृषितः | तृषित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
परिचक्राम | परिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मरौ | मरु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सस्मार | स्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
अच्युतम् | अच्युत | pos=n,g=m,c=2,n=s |