महाभारतम् — 14.50.42
Original
Segmented
वासुदेव उवाच इति उक्तवान् स तदा शिष्यो गुरुणा धर्मम् उत्तमम् चकार सर्वम् कौन्तेय ततो मोक्षम् अवाप्तवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
शिष्यो | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुरुणा | गुरु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
मोक्षम् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्तवान् | अवाप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |