महाभारतम् — 14.5.24
Original
Segmented
समाश्वसिहि देवेश न अहम् मर्त्याय कर्हिचित् ग्रहीष्यामि स्रुवम् यज्ञे शृणु च इदम् वचो मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समाश्वसिहि | समाश्वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
देवेश | देवेश | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मर्त्याय | मर्त्य | pos=n,g=m,c=4,n=s |
कर्हिचित् | कर्हिचित् | pos=i |
ग्रहीष्यामि | ग्रह् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
स्रुवम् | स्रू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
च | च | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |