महाभारतम् — 14.43.39
Original
Segmented
तस्माद् गुणान् च तत्त्वम् च परित्यज्य इह तत्त्व-विद् क्षीण-दोषः गुणान् हित्वा क्षेत्रज्ञम् प्रविशति अथ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
तत्त्वम् | तत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
विद् | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
दोषः | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हित्वा | हा | pos=vi |
क्षेत्रज्ञम् | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रविशति | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अथ | अथ | pos=i |