महाभारतम् — 14.42.25
Original
Segmented
द्विविधम् कर्म विज्ञेयम् इज्या दानम् च यत् मखे जातस्य अध्ययनम् पुण्यम् इति वृद्ध-अनुशासनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्विविधम् | द्विविध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विज्ञेयम् | विज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इज्या | इज्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मखे | मख | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जातस्य | जन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अध्ययनम् | अध्ययन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
वृद्ध | वृद्ध | pos=n,comp=y |
अनुशासनम् | अनुशासन | pos=n,g=n,c=1,n=s |