महाभारतम् — 14.34.3
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच अरणीम् ब्राह्मणीम् विद्धि गुरुः अस्य उत्तरारणिः तपः-श्रुते ऽभिमथ्नीतो ज्ञान-अग्निः जायते ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अरणीम् | अरणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ब्राह्मणीम् | ब्राह्मणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उत्तरारणिः | उत्तरारणि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
श्रुते | श्रुत | pos=n,g=n,c=1,n=d |
ऽभिमथ्नीतो | अभिमन्थ् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ततः | ततस् | pos=i |