महाभारतम् — 14.32.2
Original
Segmented
ब्राह्मणम् जनको राजा सन्नम् कस्मिंश्चिद् आगमे विषये मे न वस्तव्यम् इति शिष्टि-अर्थम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जनको | जनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सन्नम् | सद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
कस्मिंश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
आगमे | आगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विषये | विषय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
वस्तव्यम् | वस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इति | इति | pos=i |
शिष्टि | शिष्टि | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |