महाभारतम् — 14.32.18
Original
Segmented
न अहम् आत्म-अर्थम् इच्छामि रसान् आस्ये ऽपि वर्ततः आपो मे निर्जिताः तस्मात् वशे तिष्ठन्ति नित्यदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
रसान् | रस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आस्ये | आस्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
वर्ततः | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
आपो | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
निर्जिताः | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नित्यदा | नित्यदा | pos=i |