Original

स सागरान्तां धनुषा विनिर्जित्य महीमिमाम् ।कृत्वा सुदुष्करं कर्म मनः सूक्ष्मे समादधे ॥ ३ ॥

Segmented

स सागर-अन्ताम् धनुषा विनिर्जित्य महीम् इमाम् कृत्वा सु दुष्करम् कर्म मनः सूक्ष्मे समादधे

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
सागर सागर pos=n,comp=y
अन्ताम् अन्त pos=n,g=f,c=2,n=s
धनुषा धनुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
विनिर्जित्य विनिर्जि pos=vi
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
सु सु pos=i
दुष्करम् दुष्कर pos=a,g=n,c=2,n=s
कर्म कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=s
मनः मनस् pos=n,g=n,c=2,n=s
सूक्ष्मे सूक्ष्म pos=a,g=n,c=7,n=s
समादधे समाधा pos=v,p=3,n=s,l=lit