महाभारतम् — 14.3.19
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् उक्तवान् तु पार्थेन कृष्णद्वैपायनः तदा मुहूर्तम् अनुसंचिन्त्य धर्मराजानम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
पार्थेन | पार्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृष्णद्वैपायनः | कृष्णद्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुसंचिन्त्य | अनुसंचिन्तय् | pos=vi |
धर्मराजानम् | धर्मराजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |