महाभारतम् — 14.3.11
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच असंशयम् वाजिमेधः पावयेत् पृथिवीम् अपि अभिप्रायः तु मे कश्चित् तम् त्वम् श्रोतुम् इह अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
असंशयम् | असंशयम् | pos=i |
वाजिमेधः | वाजिमेध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पावयेत् | पावय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अभिप्रायः | अभिप्राय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कश्चित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |