महाभारतम् — 14.23.7
Original
Segmented
ब्रह्मा उवाच यस्मिन् प्रलीने प्रलयम् व्रजन्ति सर्वे प्राणाः प्राणभृताम् शरीरे यस्मिन् प्रचीर्णे च पुनः चरन्ति स वै श्रेष्ठो गच्छत यत्र कामः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्मा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रलीने | प्रली | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
प्रलयम् | प्रलय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
व्रजन्ति | व्रज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राणाः | प्राण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राणभृताम् | प्राणभृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
शरीरे | शरीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रचीर्णे | प्रचर् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
चरन्ति | चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
श्रेष्ठो | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
गच्छत | गम् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
यत्र | यत्र | pos=i |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |