महाभारतम् — 14.22.3
Original
Segmented
सूक्ष्मे ऽवकाशे सन्तः ते न पश्यन्ति इतरेतरम् एतान् वै सप्त-होतॄन् त्वम् स्वभावाद् विद्धि शोभने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सूक्ष्मे | सूक्ष्म | pos=a,g=m,c=7,n=s |
ऽवकाशे | अवकाश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सन्तः | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
पश्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इतरेतरम् | इतरेतर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वै | वै | pos=i |
सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
होतॄन् | होतृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
स्वभावाद् | स्वभाव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शोभने | शोभन | pos=a,g=f,c=8,n=s |