महाभारतम् — 14.20.22
Original
Segmented
घ्रेये पेये च दृश्ये च स्पृश्ये श्रव्ये तथा एव च हवींषि अग्निषु होतारः सप्तधा सप्त सप्तसु सम्यक् प्रक्षिप्य विद्वांसो जनयन्ति स्व-योनिषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
घ्रेये | घ्रा | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
पेये | पा | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
दृश्ये | दृश् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
स्पृश्ये | स्पृश् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
श्रव्ये | श्रु | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
हवींषि | हविस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अग्निषु | अग्नि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
होतारः | होतृ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सप्तधा | सप्तधा | pos=i |
सप्त | सप्तन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सप्तसु | सप्तन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
प्रक्षिप्य | प्रक्षिप् | pos=vi |
विद्वांसो | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
जनयन्ति | जनय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
योनिषु | योनि | pos=n,g=m,c=7,n=p |