महाभारतम् — 14.2.8
Original
Segmented
त्यज शोकम् महा-राज भवितव्यम् हि तत् तथा न शक्याः ते पुनः द्रष्टुम् त्वया हि अस्मिन् रणे हताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्यज | त्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भवितव्यम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
हि | हि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
न | न | pos=i |
शक्याः | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हताः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |