Original

प्रियं तु मे स्यात्सुमहत्कृतं चक्रगदाधर ।श्रीमन्प्रीतेन मनसा सर्वं यादवनन्दन ॥ ११ ॥

Segmented

प्रियम् तु मे स्यात् सु महत् कृतम् चक्र-गदा-धर श्रीमन् प्रीतेन मनसा सर्वम् यादव-नन्दन

Analysis

Word Lemma Parse
प्रियम् प्रिय pos=a,g=n,c=1,n=s
तु तु pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
स्यात् अस् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
सु सु pos=i
महत् महत् pos=a,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
चक्र चक्र pos=n,comp=y
गदा गदा pos=n,comp=y
धर धर pos=a,g=m,c=8,n=s
श्रीमन् श्रीमत् pos=a,g=m,c=8,n=s
प्रीतेन प्री pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part
मनसा मनस् pos=n,g=n,c=3,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
यादव यादव pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s