महाभारतम् — 14.18.30
Original
Segmented
सुख-दुःखे सदा सम्यग् अनित्ये यः प्रपश्यति कायम् च अमेध्य-संघातम् विनाशम् कर्म-संहितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
दुःखे | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=d |
सदा | सदा | pos=i |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
अनित्ये | अनित्य | pos=a,g=n,c=2,n=d |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रपश्यति | प्रपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अमेध्य | अमेध्य | pos=n,comp=y |
संघातम् | संघात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विनाशम् | विनाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
संहितम् | संधा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |