महाभारतम् — 14.18.1
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच शुभानाम् अशुभानाम् च न इह नाशो ऽस्ति कर्मणाम् प्राप्य प्राप्य तु पच्यन्ते क्षेत्रम् क्षेत्रम् तथा तथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुभानाम् | शुभ | pos=a,g=n,c=6,n=p |
अशुभानाम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
इह | इह | pos=i |
नाशो | नाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
पच्यन्ते | पच् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
क्षेत्रम् | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्षेत्रम् | क्षेत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |