महाभारतम् — 14.17.34
Original
Segmented
इह एव अशुभ-कर्मा तु कर्मभिः निरयम् गतः अवाक् स निरये पापो मानवः पच्यते भृशम् तस्मात् सु दुर्लभः मोक्ष आत्मा रक्ष्यो भृशम् ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इह | इह | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अशुभ | अशुभ | pos=n,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
निरयम् | निरय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अवाक् | अवाक् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निरये | निरय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पापो | पाप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पच्यते | पच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
सु | सु | pos=i |
दुर्लभः | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रक्ष्यो | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |