महाभारतम् — 14.17.23
Original
Segmented
ब्रह्मणा सम्परित्यक्तो मृत इति उच्यते नरः स्रोतोभिः यैः विजानाति इन्द्रिय-अर्थान् शरीर-भृत् तैः एव न विजानाति प्राणम् आहार-संभवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्मणा | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सम्परित्यक्तो | सम्परित्यज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मृत | मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इति | इति | pos=i |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्रोतोभिः | स्रोतस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
यैः | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
विजानाति | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शरीर | शरीर | pos=n,comp=y |
भृत् | भृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
एव | एव | pos=i |
न | न | pos=i |
विजानाति | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्राणम् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहार | आहार | pos=n,comp=y |
संभवम् | सम्भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |