Original

विदितं ते महाबाहो संग्रामे समुपस्थिते ।माहात्म्यं देवकीमातस्तच्च ते रूपमैश्वरम् ॥ ५ ॥

Segmented

विदितम् ते महा-बाहो संग्रामे समुपस्थिते माहात्म्यम् देवकी-मातृ तत् च ते रूपम् ऐश्वरम्

Analysis

Word Lemma Parse
विदितम् विद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहो बाहु pos=n,g=m,c=8,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
समुपस्थिते समुपस्था pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
माहात्म्यम् माहात्म्य pos=n,g=n,c=1,n=s
देवकी देवकी pos=n,comp=y
मातृ मातृ pos=n,g=m,c=8,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=1,n=s
ऐश्वरम् ऐश्वर pos=a,g=n,c=1,n=s