Original

तस्मै तुष्टः स शिष्याय प्रसन्नोऽथाब्रवीद्गुरुः ।सिद्धिं परामभिप्रेक्ष्य शृणु तन्मे जनार्दन ॥ २७ ॥

Segmented

तस्मै तुष्टः स शिष्याय प्रसन्नो अथ अब्रवीत् गुरुः सिद्धिम् पराम् अभिप्रेक्ष्य शृणु तत् मे जनार्दन

Analysis

Word Lemma Parse
तस्मै तद् pos=n,g=m,c=4,n=s
तुष्टः तुष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
शिष्याय शिष्य pos=n,g=m,c=4,n=s
प्रसन्नो प्रसद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
अथ अथ pos=i
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
गुरुः गुरु pos=n,g=m,c=1,n=s
सिद्धिम् सिद्धि pos=n,g=f,c=2,n=s
पराम् पर pos=n,g=f,c=2,n=s
अभिप्रेक्ष्य अभिप्रेक्ष् pos=vi
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
जनार्दन जनार्दन pos=n,g=m,c=8,n=s