Original

जातीमरणतत्त्वज्ञं कोविदं पुण्यपापयोः ।द्रष्टारमुच्चनीचानां कर्मभिर्देहिनां गतिम् ॥ २० ॥

Segmented

जाति-मरण-तत्त्व-ज्ञम् कोविदम् पुण्य-पापयोः द्रष्टारम् उच्च-नीचानाम् कर्मभिः देहिनाम् गतिम्

Analysis

Word Lemma Parse
जाति जाती pos=n,comp=y
मरण मरण pos=n,comp=y
तत्त्व तत्त्व pos=n,comp=y
ज्ञम् ज्ञ pos=a,g=m,c=2,n=s
कोविदम् कोविद pos=a,g=m,c=2,n=s
पुण्य पुण्य pos=n,comp=y
पापयोः पाप pos=n,g=n,c=6,n=d
द्रष्टारम् द्रष्टृ pos=a,g=m,c=2,n=s
उच्च उच्च pos=a,comp=y
नीचानाम् नीच pos=a,g=m,c=6,n=p
कर्मभिः कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=p
देहिनाम् देहिन् pos=n,g=m,c=6,n=p
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s