Original

यथा तां बुद्धिमास्थाय गतिमग्र्यां गमिष्यसि ।शृणु धर्मभृतां श्रेष्ठ गदतः सर्वमेव मे ॥ १३ ॥

Segmented

यथा ताम् बुद्धिम् आस्थाय गतिम् अग्र्याम् गमिष्यसि शृणु धर्म-भृताम् श्रेष्ठ गदतः सर्वम् एव मे

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
बुद्धिम् बुद्धि pos=n,g=f,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
गतिम् गति pos=n,g=f,c=2,n=s
अग्र्याम् अग्र्य pos=a,g=f,c=2,n=s
गमिष्यसि गम् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
धर्म धर्म pos=n,comp=y
भृताम् भृत् pos=a,g=m,c=6,n=p
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
गदतः गद् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
एव एव pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s