महाभारतम् — 14.15.33
Original
Segmented
प्रयोजनम् च अपि निवास-कारणे न विद्यते मे त्वद् ऋते महा-भुज स्थिता हि पृथ्वी तव पार्थ शासने गुरोः सु वृत्तस्य युधिष्ठिरस्य ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
निवास | निवास | pos=n,comp=y |
कारणे | कारण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,g=,c=5,n=s |
ऋते | ऋते | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
भुज | भुज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्थिता | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
पृथ्वी | पृथ्वी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शासने | शासन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
गुरोः | गुरु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सु | सु | pos=i |
वृत्तस्य | वृत्त | pos=n,g=m,c=6,n=s |
युधिष्ठिरस्य | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ह | ह | pos=i |