महाभारतम् — 14.15.2
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच विजिते पाण्डवेयैः तु प्रशान्ते च विशाम् पते राष्ट्रे बभूवतुः हृष्टौ वासुदेव-धनंजयौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विजिते | विजि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
पाण्डवेयैः | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तु | तु | pos=i |
प्रशान्ते | प्रशम् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
राष्ट्रे | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
बभूवतुः | भू | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
हृष्टौ | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,comp=y |
धनंजयौ | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=d |