महाभारतम् — 14.14.7
Original
Segmented
आश्वासितो ऽहम् प्राग् वृद्धैः भवद्भिः मुनि-पुङ्गवैः न सूक्ष्मम् अपि मे किंचिद् व्यलीकम् इह विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आश्वासितो | आश्वासय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्राग् | प्राक् | pos=i |
वृद्धैः | वृद्ध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
भवद्भिः | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
पुङ्गवैः | पुंगव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
सूक्ष्मम् | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
व्यलीकम् | व्यलीक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इह | इह | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |