Original

स त्वं न दुःखी दुःखस्य न सुखी सुसुखस्य वा ।स्मर्तुमिच्छसि कौन्तेय दिष्टं हि बलवत्तरम् ॥ ६ ॥

Segmented

स त्वम् न दुःखी दुःखस्य न सुखी सु सुखस्य वा स्मर्तुम् इच्छसि कौन्तेय दिष्टम् हि बलवत्तरम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
pos=i
दुःखी दुःखिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
दुःखस्य दुःख pos=n,g=n,c=6,n=s
pos=i
सुखी सुखिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
सु सु pos=i
सुखस्य सुख pos=n,g=n,c=6,n=s
वा वा pos=i
स्मर्तुम् स्मृ pos=vi
इच्छसि इष् pos=v,p=2,n=s,l=lat
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
दिष्टम् दिष्ट pos=n,g=n,c=1,n=s
हि हि pos=i
बलवत्तरम् बलवत्तर pos=a,g=n,c=1,n=s