महाभारतम् — 14.12.1
Original
Segmented
वासुदेव उवाच द्विविधो जायते व्याधिः शारीरो मानसः तथा परस्परम् तयोः जन्म निर्द्वंद्वम् न उपलभ्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
द्विविधो | द्विविध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
व्याधिः | व्याधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शारीरो | शारीर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मानसः | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
जन्म | जन्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्द्वंद्वम् | निर्द्वंद्व | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
उपलभ्यते | उपलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |