Original

वृत्रेण पृथिवी व्याप्ता पुरा किल नराधिप ।दृष्ट्वा स पृथिवीं व्याप्तां गन्धस्य विषये हृते ।धराहरणदुर्गन्धो विषयः समपद्यत ॥ ७ ॥

Segmented

वृत्रेण पृथिवी व्याप्ता पुरा किल नराधिप दृष्ट्वा स पृथिवीम् व्याप्ताम् गन्धस्य विषये हृते धरा-हरण-दुर्गन्धः विषयः समपद्यत

Analysis

Word Lemma Parse
वृत्रेण वृत्र pos=n,g=m,c=3,n=s
पृथिवी पृथिवी pos=n,g=f,c=1,n=s
व्याप्ता व्याप् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पुरा पुरा pos=i
किल किल pos=i
नराधिप नराधिप pos=n,g=m,c=8,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पृथिवीम् पृथिवी pos=n,g=f,c=2,n=s
व्याप्ताम् व्याप् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
गन्धस्य गन्ध pos=n,g=m,c=6,n=s
विषये विषय pos=n,g=m,c=7,n=s
हृते हृ pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
धरा धरा pos=n,comp=y
हरण हरण pos=n,comp=y
दुर्गन्धः दुर्गन्ध pos=a,g=m,c=1,n=s
विषयः विषय pos=n,g=m,c=1,n=s
समपद्यत सम्पद् pos=v,p=3,n=s,l=lan