महाभारतम् — 14.10.36
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो राजा पाण्डवो हृष्ट-रूपः श्रुत्वा वाक्यम् सत्यवत्याः सुतस्य मनः चक्रे तेन वित्तेन यष्टुम् ततो ऽमात्यैः मन्त्रयामास भूयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पाण्डवो | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हृष्ट | हृष् | pos=va,comp=y,f=part |
रूपः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सत्यवत्याः | सत्यवती | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सुतस्य | सुत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वित्तेन | वित्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यष्टुम् | यज् | pos=vi |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽमात्यैः | अमात्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मन्त्रयामास | मन्त्रय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भूयः | भूयस् | pos=i |