महाभारतम् — 14.10.1
Original
Segmented
इन्द्र उवाच एवम् एतद् ब्रह्म-बलम् गरीयो न ब्रह्मतः किंचिद् अन्यद् गरीयः आविक्षितस्य तु बलम् न मृष्ये वज्रम् अस्मै प्रहरिष्यामि घोरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गरीयो | गरीयस् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
ब्रह्मतः | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्यद् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गरीयः | गरीयस् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आविक्षितस्य | आविक्षित | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तु | तु | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मृष्ये | मृष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वज्रम् | वज्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्मै | इदम् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
प्रहरिष्यामि | प्रहृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |