महाभारतम् — 13.99.31
Original
Segmented
तस्मात् तडागे वृक्षा वै रोप्याः श्रेयः-अर्थिना सदा पुत्र-वत् परिपालय् च पुत्राः ते धर्मतः स्मृताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
तडागे | तडाग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वृक्षा | वृक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
रोप्याः | रोपय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,comp=y |
अर्थिना | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
परिपालय् | परिपालय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
च | च | pos=i |
पुत्राः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धर्मतः | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्मृताः | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |