महाभारतम् — 13.96.23
Original
Segmented
दिलीप उवाच उदपान-प्लवे ग्रामे ब्राह्मणो वृषली-पतिः तस्य लोकान् स व्रजतु यः ते हरति पुष्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिलीप | दिलीप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उदपान | उदपान | pos=n,comp=y |
प्लवे | प्लव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ग्रामे | ग्राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृषली | वृषली | pos=n,comp=y |
पतिः | पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्रजतु | व्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुष्करम् | पुष्कर | pos=n,g=n,c=2,n=s |