महाभारतम् — 13.95.7
Original
Segmented
जमदग्निः उवाच न एतस्य इह यथा नः भक्तम् इन्धनम् एव च संचिन्त्य वार्षिकम् किंचित् तेन पीवान् शुनःसखः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जमदग्निः | जमदग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
एतस्य | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इह | इह | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
भक्तम् | भक्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इन्धनम् | इन्धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
संचिन्त्य | संचिन्तय् | pos=vi |
वार्षिकम् | वार्षिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तेन | तेन | pos=i |
पीवान् | पीवस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शुनःसखः | शुनःसख | pos=n,g=m,c=1,n=s |